Boxer Mike Tyson के सफलता की कहानी | The Baddest Man On the Planet

दोस्तों आज के इस ब्लॉग पोस्ट में हम एक ऐसे व्यक्ति के बारे में जानने वाले हैं जिन्हें The Baddest Man On the Planet के नाम से जाना जाता है जी हां दोस्तों हम बात कर रहे हैं दुनिया के महान boxers में से एक माइक टायसन के बारे में।
 

जिन्होंने अपने बॉक्सिंग करियर में 58 bouts लड़ी जिनमें से 50 में अपनी जीत दर्ज कराई। हम बात कर रहे हैं एक ऐसे बॉक्सर के बारे में, जिनके सामने जाने से दूसरे बॉक्सरस डरते थे।

मां बाप का साया ना होते हुए भी मात्र 20 साल की उम्र में माइक टायसन ने वर्ल्ड हैवीवेट चैंपियनशिप का खिताब अपने नाम दर्ज कराया और आज भी यह रिकॉर्ड माइक टायसन के नाम हैं जिन्होंने सबसे कम उम्र में वर्ल्ड हैवीवेट चैंपियनशिप को जीता हैं।

अपनी ताकत और फुर्तीलापन के दम पर माइक टायसन ने अनेकों फाइट्स में अपने अपोनेंट्स को नॉक आउट से हराया शुरुआती दिनों में तो उनके अपोनेंट्स उनके सामने मुश्किल से ही 30 सेकंड टिक पाते थे।

सड़कों पर मारपीट करने वाले साधारण से माइक टायसन की संघर्ष से लेकर सफलता तक की कहानी को हम इस ब्लॉग पोस्ट में जानने वाले है।

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Boxer Mike Tyson के सफलता की कहानी

तो दोस्तों कहानी की शुरुआत हुई 30 जून 1966 को जब माइक का जन्म न्यूयॉर्क में हुआ।उनकी माता का नाम था Lorna Smith और उनके बायोलॉजिकल पिता का नाम था Purcell Tyson । जो उन्हें बचपन में ही छोड़कर चले गए थे और अब उनके पिता के तौर पर Jimmy Kirkpatrick को जाना जाता है।

माइक बचपन से ही काफी ज्यादा शरारती हुआ करते थे और माता-पिता की तरफ से सही देखभाल ना होने की वजह से अकसर माइक किसी ना किसी से लड़ाई कर बैठते थे।

माइक बोलने में हकलाते थे जिस वजह से काफी सारे बच्चे उनका मजाक उड़ाया करते थे और उसके जवाब में माइक उनकी पिटाई कर दिया करते थे।

एक बार ऐसे ही जब माइक के कबूतर को एक लड़के ने मारा तो माइक ने उसे बहुत पीटा जिस वजह से उन्हें जेल भी जाना पड़ा और यह पहली बार नहीं था क्योंकि माइक केवल 13 साल की उम्र में 38 बार जेल जा चुके थे।

लेकिन जब माइक उस लड़के को पीट रहे थे तभी Bobby Stewart नाम के एक ex-boxer ने माइक को लड़ते हुए देखा।

उन्हें माइक के अंदर पोटेंशियल नजर आया जिस वजह से उन्होंने माइक को बॉक्सिंग की ट्रेनिंग देने की सोची और कुछ महीने तक माइक को train भी किया ।

फिर Bobby Stewart ने माइक को Cus D’Amato से मिलवाया। जो कि एक अमेरिकन बॉक्सर और ट्रेनर थे। Cus D’Amato ने ही Flyod Patterson और Jose Torres जैसे हैवीवेट चैंपियंस को Train किया था।

Cus D’Amato को भी माई के अंदर एक चैंपियन दिखाई दिया और उन्होंने माइक को trained करने का फैसला किया।

जब माइक केवल 16 साल के थे तब उनकी मां का देहांत हो गया और शुरुआत से ही माइक और उनकी मां के बीच में सही से नहीं बनती थी जिस वजह से इन सभी चीजों का फर्क उनके बॉक्सिंग करियर पर बिल्कुल भी नहीं पड़ा।

अपनी मां की मौत के बाद से माइक अपने बॉक्सिंग करियर को लेकर और भी ज्यादा focused हो गए। उनकी मां की मृत्यु के बाद Cus D’Amato हे उनके ऑफिशियल गार्जियन बने।

फिर उसके बाद 1981 और 1982 में हुए जूनियर ओलंपिक्स में माइक ने गोल्ड मेडल जीते।

भरपूर ताकत और फुर्तीलेपन से तो माइक बचपन से ही भरे हुए थे जिस वजह से उन्होंने जूनियर ओलंपिक्स में अपने अपोनेंट को मात्र 8 सेकेंड के अंदर नॉक आउट कर दिया और आज तक भी है यह रिकॉर्ड उन्हीं के नाम दर्ज है।

इसके बाद से लोग माइक को किड डायनामाइट और आयरन माइक के नाम से बुलाने लगे।

जब माइक मात्र 18 साल के थे तब उन्होंने प्रोफेशनल बॉक्सिंग में अपना कदम रखा और उसी के साथ उनकी सफलता और जीत का सिलसिला शुरू हो गया।

अपने एक कैरियर के पहले ही साल में उन्होंने 15 bouts लड़ी और सभी में अपनी जीत दर्ज करी। माइक के सामने उनके अपोनेंट मुश्किल से ही 30 सेकंड टिक पाते थे। और शुरुआत की 19 बाउट्स में माइक ने अपने अपोनेंट्स को नॉकआउट से हराया।

और 1986 में माइक ने अपना पहला टाइटल मैच खेला, Trevor bebrick के खिलाफ। जिसमें माइक ने टेक्निकल नॉकआउट से अपनी जीत दर्ज करी और उसी के साथ माइक केवल 20 साल की उम्र में दुनिया के सबसे यंगेस्ट हैवीवेट चैंपियनशिप के विजेता भी बन गए।

उस दिन के बाद से माइक के पास पैसों की भरमार थी। अब यह माइक की मर्जी थी कि वह इन पैसों को किस तरीके से यूज करेंगे और फिर उसी दौरान उन्होंने उस समय की जाने वाली एक्ट्रेस रोबिन गिवनस से शादी कर ली।

और यह निर्णय उनके लिए कहीं ना कहीं गलत साबित हुआ क्योंकि शादी के बाद से रॉबिन माइक के Accounts को चेक करने लगी और पैसों पर अपना हक जताने की कोशिश करने लगी।

इस वजह से दोनों के बीच काफी ज्यादा लड़ाई हुई और रोबिन ने माइक को डिप्रेशन का शिकार बताया और साथ ही में उनके ऊपर केस फाइल कर दिया कि माइक उन्हें मारते-पीटते हैं।

हालांकि यह सभी इल्जाम गलत थे और कोर्ट में भी गलत ही साबित हुए। लेकिन उसके बाद से माइक को पता चला कि उनके मैनेजर नहीं भी माइक के एकाउंट मे गड़बड़ की है और उन्हें आर्थिक नुकसान पहुंचाया है इसके बाद माइक में उस मैनेजर को भी निकाल दिया।

इन सभी चीजों की वजह से माइक कहीं ना कहीं अंदर से टूट से गए थे। हालांकि माइक के पास पैसों की कोई कमी नहीं थी जिस वजह से उनके रहन-सहन में भी काफी बदलाव आने लगा।

वह खूब सारा पैसा खर्च करने लगे अब माइक ज्यादातर समय अपनी गर्लफ्रेंड के साथ बिताते थे और साथ ही में माइक ड्रग्स और अल्कोहल जैसे नसों के भी आदि बन चुके थे।

माइक खूब सारा पैसा अपने ऊपर खर्च किया करते थे और इसी बीच उन्होंने तीन शेर भी पाले यह बताते हुए कि वह खुद एक शेर हैं तो वह कुत्तों को क्यों पालेंगे।

बताया जाता है कि उन शेरों के पालन पोषण में ही 70,000 यूएस डॉलर खर्च हुआ करते थे और पैसा आने के बाद से ऐसे ही अनेकों शौक रखे हुए थे। जिस वजह से वह कर्ज में भी डूबते जा रहे थे। फिर उन्हें वह शेर भी बेचने पड़ गए थे।

इन सभी चीजों से बुरा तो तब हुआ जब माइक के ऊपर रेप का इल्जाम लगाया गया। हालांकि माइक ने यह बताया कि जो कुछ भी हुआ वह दोनों की मर्जी से हुआ था लेकिन कोर्ट में वह इस चीज को साबित नहीं कर पाए।

जिस वजह से कोर्ट ने उन्हें 6 साल की सजा सुना दी। और जेल में है माइक ने इस्लाम कबूल किया उसके साथ ही वह बन गए मलिक अब्दुल अजीज।

हालांकि अच्छे चाल चलन होने की वजह से कोर्ट ने उन्हें 3 साल में ही जेल से रिहा कर दिया। और अब माइक ने दोबारा comeback करने का फैसला किया।

काफी ज्यादा हार्ड ट्रेनिंग और मेहनत के दम पर उन्होंने दोबारा से वर्ल्ड हैवीवेट चैंपियनशिप को जीत लिया। माइक ने अपनी मेहनत के दम पर फिर से पैसा और नाम दोनों ही कमा लिया था।

1 दिन जब उनकी बाउट हुई होलीफील्ड के साथ होने वाली थी। तब  बाउट से पहले ही माइक के मन में के मन में यह डर आ गया कि वह होलीफील्ड को हरा नहीं पाएंगे।

इस चीज को लेकर माइक अंदर ही अंदर काफी ज्यादा विचलित हो गए। इसके परिणाम में जनता को वह देखने को मिला जो आज से पहले कभी किसी स्पोर्ट्समैन ने नहीं किया था।

माइक ने बॉक्सिंग रिंग में हॉलीफील्ड के साथ बॉक्सिंग करते-करते इस डर से कि माइक हार जाएंगे उन्होंने होलीफील्ड का कान चबा डाला।

लोगों ने माइक को इस के लिए काफी ज्यादा कोसा और इसी के साथ माइक का बॉक्सिंग करियर अब धीरे-धीरे समाप्त होता नजर आ रहा था।

उन्हें 1 साल के लिए बॉक्सिंग से बैन कर दिया गया 1 साल बाद माइक ने दोबारा से कमबैक करने की कोशिश की तो उन्हें इतनी कुछ खास सफलता नहीं मिल पाई इसी दौरान माइक ने w.w.f. में भी हाथ आजमाया लेकिन उन्हें वहां भी कोई सफलता नहीं मिल पाई।

इसके बाद 2005 में माइक ने बॉक्सिंग से रिटायरमेंट ले लिया और फिर उन्होंने फिल्मों में काम करने का सोचा और यह निर्णय उनका काफी हद तक सही भी साबित हुआ।

माइक काफी सारी फिल्मों में नजर आए जैसे की ―  Nine Legends, Back in the Day, Tyson, Hamlet Pheroun, The Hangerover, Black and White जैसी अनेकों फिल्मों में माइक ने काम किया।

इसी के साथ उन्होंने अपनी एक्टिंग का भी लोहा पूरी दुनिया में मनवाया। लोगों ने उनके एक्टिंग को खूब सराहा और इसी के साथ उनका एक्टिंग करियर काफी ज्यादा सफल हुआ।

दोस्तों माइक पहले ऐसे हैवी वेट चैंपियन है जिनके पास एक ही वक्त पर WBA, WBC and IBF टाइटल्स थे और Espan ने उन्हें The Hardest Hitter in Heavyweight History कहा है और Sky sports नए उन्हें The Scariest Boxer ever कहा है।

दोस्तों माइक टायसन की यह पूरी कहानी हमें इस बात की सीख देती है कि गलतियां हर कोई करता है लेकिन उन्हें स्वीकार करके आगे बढ़ना बहुत ज्यादा जरूरी है और ऐसा साबित करके दिखाया है बॉक्सर और एक्टर माइक टायसन ने आज वह अपनी पत्नी Lakhia और बच्चों के साथ एक सुखद जिंदगी को जी रहे हैं।

माइक टायसन आज भी एक Leaving legend के तौर पर जाने जाते हैं ।
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दोस्तों आज की इस ब्लॉग पोस्ट में बस इतना ही हम उम्मीद करते हैं कि आपको  हमारे इस ब्लॉग पोस्ट, “माइक टायसन सफलता की कहानी” (Mike Tyson Success Story In Hindi) से काफी कुछ नया जानने और सीखने को मिला होगा।

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